कतेक दुर है सपना हकिक्कत के आगे
कतेक दुर है सपना हकिक्कत के आगे ,
कतेक वेबस है इन्सान किस्म्मत के आगे !
कोइ हमर रुकल धड़कन से पुछु ,
कतेक तड़पईय दिल प्यार के आगे !! 😂😂
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| Bipin-P |
Labels: Maithali Sayari, मैथली सायरी



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