तुम्हे तो जिंदगी का हर दुःख बताया था,
तुम्हे तो जिंदगी का हर दुःख बताया था,
तुम्हारा तो हक नही बनता था दुख देने का…!
Labels: bipin-punita, hindi sad sayari, hindi sayari, hindi sentimental sayari, love status, Punita, whatsapp status
समाज में व्यक्ति जीवन प्रति जो धारणा बनाता है या धारणा करता है वही धर्म है। धर्म संस्कृत के ''धृ'' धातु से बना है जिसका अर्थ है जो धारण किया जाये। जब क्या धारण किया जाये स्पष्ट हो जाये तो वह धर्म बन जाता है। धर्म एक प्रकार से कर्यव्य के द्वारा कुछ समाजोपयोगी तथा आत्मोपयेगी बातों या गुणों को धारण करना कहा जा सकता है।
तुम्हे तो जिंदगी का हर दुःख बताया था,
तुम्हारा तो हक नही बनता था दुख देने का…!
Labels: bipin-punita, hindi sad sayari, hindi sayari, hindi sentimental sayari, love status, Punita, whatsapp status
0 Comments:
Post a Comment
Subscribe to Post Comments [Atom]
<< Home