2024/01/11

शहर ज़ालिमों का है साहब, जरा संभल कर चलना,

 शहर ज़ालिमों का है साहब, जरा संभल कर चलना,

यहां सीने से लगाकर, लोग दिल निकाल लेते है…!


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