2024/01/31

ना वो आ 🔸सके, ना हम कभी जा सके,

 ना वो आ 🔸सके, ना हम कभी जा सके,
ना दर्द दिल का किसी🔸 को सुना सके,
बस खामोश🔸 बैठे हैं उनकी यादों में,
ना उसने याद किया ना हम🔸 उसे भुला सकें।



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